11-08-17

11-08-17 प्रात:मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन  “मीठे बच्चे – निरन्तर एक बाप की याद में रहने का पुरूषार्थ करो – यही है बेहद का सतोप्रधान पुरूषार्थ” प्रश्न: तुम बच्चों को कौन सा संग करना है, कौन सा नहीं? उत्तर: जो ज्ञान की रूहरिहान करते हैं, सर्विसएबुल हैं उनका ही संग करो बाकी जो झरमुई झगमुई … Continue reading 11-08-17